दिल्ली-NCR में जहर का कहर, मास्क और हिम्मत साथ रखो!"

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है, जहां AQI 400 के पार पहुंच गया है। सरकार ने पार्किंग शुल्क बढ़ाने और सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करने के कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को बाहर न निकलने, मास्क पहनने और विटामिन-C युक्त फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, हल्दी, अदरक और ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी है। बच्चों, बुजुर्गों व गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। फिलहाल सही खानपान और सावधानियां ही बचाव का सबसे असरदार तरीका है

By Dhananjay Singh
दिल्ली-NCR में जहर का कहर, मास्क और हिम्मत साथ रखो!"

Delhi &और एनसीआर इस समय भारी वायु प्रदूषण की आपातकालीन स्थिति का सामना कर रहे हैं। विवेक विहार और आनंद विहार जैसे इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से ऊपर पहुंच गया है, जो गंभीर स्वास्थ्य चेतावनी का संकेत है। लगातार बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर सरकार ने तत्काल कदम उठाए हैं, जिसमें पार्किंग शुल्क दोगुना करने, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और वाहनों का उपयोग कम करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है[1]।


इस प्रदूषण की वजह से दिल्ली के नागरिकों की सांस संबंधी बीमारियां, आंखों में जलन, सीने में दर्द, अस्थमा और अन्य स्वास्थय समस्याएं तेजी से बढ़ सकती हैं। विशेषज्ञों ने बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इस स्तर की स्मॉग में बाहर निकलना स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है[1]।


सरकारी प्रयासों जैसे पार्किंग शुल्क में बढ़ोतरी, सार्वजनिक परिवहन की सेवाओं को बेहतर बनाना, ऑफिस टाइमिंग बदलना या वर्क फ्रॉम होम की सलाह देना, शहरवासियों को उत्साहित किया जा रहा है कि वे कम से कम अपने निजी वाहनों का इस्तेमाल करें ताकि प्रदूषण के स्तर को कम किया जा सके[1]।


स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, इतने खराब AQI स्तर पर सांस लेना भी मुश्किल हो सकता है, और लंबे समय तक ऐसी स्थिति बनी रही तो गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे बाहर निकलने से बचें, मास्क पहनें और साफ हवा वाली जगहों पर रहने की कोशिश करें[1]।

दिल्ली और आसपास के इलाके में जहरीली हवा का असर कम करने के लिए सिर्फ मास्क और घर में बंद रहने के अलावा डाइट में भी कुछ बदलाव करना बहुत जरूरी है। ऐसे हालात में सही खानपान आपके फेफड़ों को मजबूत बना सकता है और शरीर को अंदर से डिटॉक्स करने में मदद करता है।बचाव के लिए जरूरी आहार हरी पत्तेदार सब्जियां (पालक, बथुआ, मेथी, सरसों) से भरपूर antioxidants मिलते हैं, जो फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं और शरीर में सूजन कम करते हैं।आंवला, संतरा, नींबू, अमरूद, कीवी जैसे विटामिन-C वाले फल शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने और इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं।हल्दी और अदरक का इस्तेमाल करें – हल्दी में curcumin और अदरक में anti-inflammatory गुण होते हैं, जो सांस की नली की जलन कम करते हैं।अखरोट, बादाम, अलसी और चिया सीड्स जैसे Omega-3 फैटी एसिड से युक्त चीजें सूजन और फेफड़ों की कमजोरी से लड़ने में असरदार हैं।बीन्स, ब्रोकली, पत्तागोभी, शलजम जैसी cruciferous सब्जियां शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करती हैं।ग्रीन टी, नींबू पानी, हल्दी दूध, तुलसी-अदरक वाली हर्बल चाय दिन में दो बार जरूर लें, ये शरीर के अंदरूनी अंगों की सफाई और फेफड़ों की सुरक्षा करते हैं।गुड़ और शहद को दिनचर्या में शामिल करें, ये शरीर में जमा प्रदूषण की वजह से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं।क्या न खाएं बाहर का तला-भुना, ज्यादा ऑयली खाना, मीठे वाले पैकेज्ड जंक फूड्स और कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहें। ये शरीर की immunity काफ़ी कमजोर कर देते हैं।एक्स्ट्रा टिप्स पानी खूब पीएं ताकि टॉक्सिन्स आसानी से बाहर निकल जाएं।बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं को बाहर कम ही निकलने दें। बाहर जाना अनिवार्य हो तो N95 मास्क पहनना न भूलें।

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Dhananjay Singh

Professional Content Writer, Researcher & Visionary Storyteller

"तरक्की को चाहिए नया नज़रिया—और यह नज़रिया शब्दों से शुरू होता है।"

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